BETET / STET News : सूबे में और 92 हजार शिक्षकों का होगा नियोजन
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जाटी मढ़ौरा/इसुआपुर/तरैया (सारण) : व्यक्ति स्वयं अपना विकास करने में सक्षम है। यह क्षेत्र विशेष के लोगों के पुरुषार्थ पर निर्भर करता है। यह बातें शिक्षा मंत्री एवं महाराजगंज लोकसभा क्षेत्र से जदयू के प्रत्याशी पीके शाही ने मंगलवार को कही। उन्होंने कहा कि इस कड़ी में नेता और सरकार एक माध्यम की तरह हैं जो जनता के कार्यो में सहायक बनती है। एक सवाल के जवाब में कहा कि वे एनडीए के प्रत्याशी हैं और लोगों का एनडीए के प्रति प्रगाढ़ विश्वास है। उन्हें क्षेत्र में जाने पर कहीं से यह महसूस नहीं होता कि जनता को कोई शंका है, सभी का विश्वास और सहयोग उन्हें प्राप्त है। शिक्षा मंत्री तरैया जाने के क्रम में मढ़ौरा पहुंचे थे जहां भाजपा नेता मुकेश सिंह के नेतृत्व में भाजपा कार्यकर्ताओं उनका भव्य स्वागत किया। बाद में भाजपा कार्यालय में प्रेस वार्ता आयोजित हुई। जिसमें मंत्री पीके शाही वर्तमान शिक्षा व्यवस्था में सुधार और कमियों पर खुलकर बोले। शिक्षा मंत्री ने कहा कि पिछले 60 वर्षो में सरकार नयी उच्च विद्यालय नहीं खोली है। पहले पढ़ने वाले बच्चों की संख्या काफी कम थी। एनडीए सरकार के प्रयास से शिक्षा व्यवस्था में सुधार आया है। फलस्वरूप स्कूलों में बच्चों की संख्या तेजी से बढ़ी है। अब प्रत्येक पंचायत में हाईस्कूल खोलने का निर्णय लिया गया है। बच्चों की संख्या को देखकर नये उच्च विद्यालयों की आवश्यकता है। सरकार शिक्षा व्यवस्था में सुधार को अधिकतम राशि उपलब्ध करा रही है। इसके बाद भी गरीब राज्य बिहार में संसाधन के अभाव से योजनाएं बाधित हो रही है। केन्द्र से कोई सहायता राशि प्राप्त नहीं होने बावजूद संसाधन के अभाव में भी सुधार का लगातार बेहतर प्रयास कर रही है। उच्च विद्यालयों में टेन प्लस टू के बाद भी वर्ग संचालन नहीं होने पर कहा कि शिक्षकों के नियोजन की प्रक्रिया जारी है। 92 हजार और पदों का सृजन किया गया है जिसपर नियोजन द्वितीय चरण में किया जायेगा। शिक्षा मंत्री के अनुसार प्रथम चरण में टेन-प्लस-टू विद्यालय में पठन-पाठन प्रारंभ हो जायेगा। जबकि द्वितीय चरण के बाद सभी उच्च विद्यालय में पर्याप्त संख्या में शिक्षक उपलब्ध होंगे। उन्होंने शिक्षक नियोजन प्रक्रिया में देरी की बात स्वीकार की और कहा कि इसमें अनेक परेशानियां जुड़ी है। नियोजन इकाइयों की संख्या नौ हजार से अधिक है। नियोजन इकाई द्वारा नियोजन पत्र वितरण विलम्ब से समस्या हो रही है। शिक्षा विभाग व उनके द्वारा स्वयं मानिटरिंग की जा रही है। इसे दो माह के भीतर पूरा कर लिया जायेगा। वित्तरहित कालेज में अव्यवस्था पर कहा कि कालेज प्रबंधन द्वारा मनमानी किया जा रहा है। शिक्षक व शिक्षकेत्तर कर्मियों के साथ भेदभाव की शिकायतें मिलती रही है। इसकी सरकार समीक्षा कर रही है। सरकार चाहती है कि अनुदान राशि का विचलन नहीं हो और उसका ठीक प्रकार से वितरण हो। मढ़ौरा से निपनिया, अगौथर सुंदर, केरवा, सहवां सहित अन्य गांवों के लिए निकलने के पूर्व शिक्षा मंत्री ने कहा कि उनका मुख्य मुद्दा न्याय के साथ विकास होगा। उनकी इच्छा समाज के अंतिम व्यक्ति को भी विकास से जोड़ने की है। इस दौरान अमनौर विधायक सह जिला जदयू अध्यक्ष मंटू सिंह, तरैया विधायक जनक सिंह, भाजपा के नगर अध्यक्ष सतीश उर्फ गामा सिंह, सदर अध्यक्ष रामबाबू सिंह, उपाध्यक्ष भानू प्रताप सिंह, मुन्ना लाल गुप्ता, राकेश उजाला, तेजनारायण सिंह, भोला सिंह, प्रीतम सिंह, पप्पू सिंह, मुखिया शिलानाथ सिंह, केदार राय, जदयू के नगर अध्यक्ष, नागेन्द्र राय सहित काफी संख्या में एनडीए कार्यकर्ता भी उनके थे। मंत्री पीके शाही ने इसुआपुर प्रखंड के भी दर्जनों गांवों का दौरा किया। इस मौके पर जदयू के जिला उपाध्यक्ष सतीश कुमार सिंह टून्ना, प्रदेश उपाध्यक्ष कामेश्वर सिंह, स्थानीय जदयू अध्यक्ष विजय सिंह सहित सैकड़ों लोग उनके साथ थे
News Sabhaar : Jagran (30.4.2013)
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