सिवान, संसू : शिक्षक पात्रता परीक्षा (टीईटी) परिणाम जानने के लिए जिले के बेरोजगार की फौज पौ फटते ही अखबार की खोज में इधर-उधर घूमते नजर आये। ग्रामीण क्षेत्रों के छात्र व उनके अभिभावकों, अखबार की खोज में डोर-टू-डोर भटकते दिखाई दिए। वहीं कई परीक्षार्थी शहर में निवास करने वाले परिचित छात्रों से मोबाइल पर जानकारी प्राप्त करते रहे। जो परीक्षार्थी सफल वे मिठाईयां खुश होकर मिठाईयां बांटने मे लगे थे, और जो फेल हुए मायूस होकर घर लौट रहे थे।
महिलाओं में भी ज्यादा मायूसी : टीईटी परीक्षा में शामिल हुए वैसे महिला अभ्यर्थी जो गृहिणी भी थी सिर्फ पेपर एक की परीक्षा दी थी उन्हें भी निराशा ही हाथ लगी। वहीं नियमित रूप से अध्ययनरत महिला छात्रों को ही सफलता मिली जो उत्साहजनक रही।
असमंजस की स्थिति रही परीक्षार्थियों में :
वैसे परीक्षार्थी जिन्होंने पेपर वन व पेपर टू दोनों की परीक्षा दी थी, लेकिन उनका परिणाम सिर्फ पेपर वन में निकला। इसको लेकर वे असमंजस की स्थिति में है। क्योंकि आगामी निकलने वाली नियुक्ति में वे आवेदन के हकदार है कि नहीं।
इनसेट
मेधावी छात्रों को मिली सफलता
सिवान, संसू : टीईटी परीक्षा परिणाम चौंकाने वाली रही। दो भागों (प्राथमिक एवं मध्य) टीईटी परीक्षा के लिए जिले में लगभग 88 हजार छात्र सम्मिलित हुए जिसमें पेपर वन में लगभग 820 परीक्षार्थी तथा पेपर 2 एवं 7 में 551 परीक्षार्थी तथा कुल लगभग 3420 परीक्षार्थी सफल हुए। एक सर्वे अध्ययन के मुताबिक वैसे छात्र ही सफल हुए जो अत्यंत मेधावी के साथ शिक्षण कार्य में अध्ययनरत थे। शिक्षाविद् बताते है कि यह परीक्षा परिणाम विशुद्ध रहा जो शिक्षा की सही आईना पेश किया है। काश! इसी तरह हुई होती डीपीई परीक्षा परिणाम तो उसके नतीजे भी कुछ इसी तरह हुए थे। फर्जीवाड़ा की गुंजाइश ही नहीं रहती।
इनसेट
साइबर व अखबार से चिपके दिखे अभ्यर्थी
महाराजगंज (सिवान), निसं : शिक्षक पात्रता परीक्षा (टीईटी) का परिणाम घोषित होते ही शिक्षक बनने की लालसा रखे पुरुष महिलाओं में मंगलवार की सुबह से ही साइबर कैफे एवं अखबार की दुकान में भीड़ देखी गयी। सबकी एक ही उत्सुकता थी कि उनका परीक्षा परिणाम आ जाए। बहुत अभ्यर्थी पेपर देखने के पहले भगवान की आराधना करते दिखे। परिणाम की प्रतिशत कम होने से ज्यादातर अभ्यर्थियों में साफ मायूसी झलक रही थी। ज्ञात हो कि परीक्षा फार्म भरने से लेकर प्रवेश पत्र लेने एवं परीक्षा देने तक अभ्यर्थियों में शिक्षक बनने की ललक देखी गयी थी लेकिन परिणाम घोषित होने के बाद सब सपना बेकार हो गया।
News : Jagran (15.5.12)
1 comment:
Siwan ka maith samjh me nahi aap raha hai kya koi hai jo hal kar sakta hai.???????
Post a Comment