BETET STET Shikshak Niyojan शिक्षक नियोजन SARKARI NAUKRI News - -
नौकरी करते कई शिक्षकों ने ली नियमित कोर्स की डिग्री
News NetworkApr 09, 2016, 02:40 AM IST
PrintDecrease FontIncrease Font
EmailGoogle PlusTwitterFacebookCOMMENTS0
EmailGoogle PlusTwitterFacebookCOMMENTS
नियमित कोर्स के लिए विभाग से नहीं ली अनुमित
जमा किए गए प्रमाणपत्र जांच रिपोर्ट में ये पाए गए संदिग्ध
आवासीय प्रमाण पत्र शिक्षण के आधार पर दिया
स्नातकप्रशिक्षित विज्ञान गैर पारा शिक्षक में सबिता कुमारी (धनबाद) का आवासीय प्रमाण पत्र शिक्षण के आधार पर समर्पित किया गया है। इनका मेघांक 71.63 है और टेट में 88 अंक है जो सामान्य श्रेणी के उत्तीर्ण अंक 90 से कम है
{ स्नातक प्रशिक्षित कला पारा शिक्षक में सारीका कुमारी (झुमरी तिलैया) का स्थानीय प्रमाण पत्र नियोजन के लिए निर्गत नहीं है। इनका मेधांक 61.67 है जबकि सामान्य श्रेणी के शिक्षकों के लिए कट ऑफ मार्क्स 63.5 है। निरंजन कुमार यादव (गिरिडीह) की पारा शिक्षक के रूप में नियुक्ति 11 अप्रैल 2008 को हुई है। उन्होंने बीएड की डिग्री 2013 में नियमित रूप से ली है। इसके लिए उन्होंने विभाग से अनुमति नहीं ली है।
{ रेणु कुमारी (गिरीडीह) पर भी इसी तरह के आरोप साबित हुए हैं। स्नातक प्रशिक्षित कला गैर पारा शिक्षक में शिखा उपाध्याय (धनबाद) का आवासीय प्रमाण पत्र नियोजन कार्य के लिए मान्य नहीं है। इनका मेघांक 69.49 के स्थान पर 68.49 होना चाहिए जो इस श्रेणी के कट ऑफ मार्क्स 69.457 से कम है।
आवासीय प्रमाण पत्र नियोजन के आधार पर निर्गत नहीं
स्नातक प्रशिक्षित भाषा पारा शिक्षक मेंं सुनिता मेहता (हजारीबाग) पर पारा शिक्षक रहते हुए नियमित रूप से विनोवाभावे विश्वविद्यायल से बीएड की डिग्री ली है। इसके साथ ही स्नातक की उपाधि हिन्दी साहित्य सम्मेलन इलाहाबाद से ली है। इन्होंने भी कोर्स करने के लिए विभाग से अनुमति नहीं ली है। वहीं शकुंतला कुमारी (झुमरी तिलैया) का आवासीय प्रमाण पत्र नियोजन के लिए निर्गत नहीं किया गया है। उनका मेघांक 55.18 है जो सामान्य श्रेणी के अभ्यर्थियों के लिए कट ऑफ मार्क्स 59.15 से कम है। नीता तिवारी (झुमरी तिलैया) पर भी इसी तरह के आरोप साबित हुए है। कुमारी रंजू (कोडरमा) ने भी पारा शिक्षक रहते हुए स्नातक की उपाधि वर्ष 2004 मेें ली है।
{ शीपु कुमारी (बोकारो) पर भी ऐसा ही आरोप है। मीनाक्षी कुमारी (पदमा) ने प्रशिक्षण संबंधित कॉलम में 68.20 अंकित किया गया है जबकि वास्तविक अंक 58.98 ही होना चाहिए। आवेदन पत्र पर भी 68.20 अंकित किया गया है। वे पिछड़ा वर्ग श्रेणी से आती हैं। जिसका कट ऑफ मार्क्स महिला के लिए 56.44 है। जबकि शिक्षिका का मेधांक 53.45 है। जो उनके कट ऑफ मार्क्स से कम है। सुखदेव राम (हजारीबाग), श्रीकांत दास और महेश राम पर भी वास्तविक से ज्यादा अंकित किया गया है जो कट ऑफ मार्क्स से कम है।
{ किरण कुमारी (धनसार), मंजू कुमारी मंजुसा (झुमरी तिलैया) पर भी इसी तरह के आरोप हैं। संध्या कुमारी सिन्हा (गिरिडीह) सामान्य श्रेणी की हैं, पर उनका सेलेक्शन विकलांग कोटे से किया गया है। इनके विकलांगता प्रमाण पत्र में भी ओवर राइटिंग है। आरती कुमारी (इचाक) की नियुक्ति पिछड़ा वर्ग श्रेणी की विधवा कोटी में की गई है। इन्होंने पति की मौत का प्रमाणपत्र जमा किया है, पर पुन: विवाह नहीं करने से संबंधित शपथ पत्र नहीं दिया है। उनकी नियुक्ति पारा शिक्षिका के रूप में वर्ष 2003 में हुई थी। जबकि इंटर मिडिएट की परीक्षा वर्ष 2005 में नियमित रूप से पास किया है। पारा शिक्षिका रहते हुए नियमित कोर्स से डिग्री कैसे हासिल की यह जांच का विषय है।
इंटर उर्दू प्रशिक्षित पारा शिक्षक कोटी में मो. इरशाद आलम (कोडरमा) का आवासीय प्रमाण पत्र नियोजन के आधार पर निर्गत नहीं है। वहीं इनकी नियुक्ति पिछड़ा वर्ग श्रेणी में की गई है। इंटर उर्दू प्रशिक्षित गैर पारा शिक्षक कोटी में मो. सिकंदर आलम (चतरा) का कुल प्राप्तांक 50.94 अंकित था। जबकि इनका वास्तविक प्राप्तांक 47.45 होना चाहिए। स्नातक प्रशिक्षित विज्ञान पारा शिक्षक में मधु कुमारी (कोडरमा) का स्थानीय प्रमाण पत्र नियोजन के लिए निर्गत नहीं है। इनका मेघांक 60.62 है जबकि सामान्य श्रेणी के शिक्षकाें के लिए कट ऑफ मार्क्स 65.64 है।
दशरथमी स्टेरी (बरकट्ठा) ने नर्सरी शिक्षक प्रशिक्षण का प्रमाणपत्र समर्पित किया है, जो मान्य नहीं है। बृजनंदन साव (चौपारण) ने पीजी डिप्लोमा का प्रमाणपत्र प्रस्तुत किया है जिसे शिक्षक प्रशिक्षण के रूप में मान्यता नहीं दिया जा सकता है। विनोद कुमार नपित (धनबाद) ने नव भारत शिक्षा परिषद एनएसपी से निर्गत शिक्षक प्रमाण पत्र जमा किया है जो विश्वविद्यालय अनुदान आयोग से मान्यता प्राप्त नहीं है। बलराम प्रसाद (हजारीबाग) की इंटर के अंक पत्र की छाया प्रति संदेहास्पद है। उन्होंने नियुक्ति के बाद अब तक मूल प्रति उपलब्ध नहीं कराई है। अंक पत्र में अंकों से भी छेड़छाड़ किया गया है। सुरेश राणा (चतरा) ने प्रस्तुत किए गए आवासीय प्रमाण पत्र नियोजन कार्यो के लिए निर्गत नहीं है।
प्रशिक्षित पारा शिक्षक कोटी में रॉयस राज प्रभा (कोडरमा) की नियुक्ति आरक्षित पद पर की गई है। महिला आरक्षण प्राप्त करने के लिए जो आवासीय प्रमाण पत्र उपलब्ध कराया गया है वह मात्र शिक्षण कार्य के लिए मान्य है जबकि नवनियुक्त शिक्षिका सामान्य श्रेणी की महिला है। उनका कुल मेघांक 59.66 है जो इस श्रेणी के कट आॅफ मार्क्स 60.037 से कम है।
{ जांच में फर्जी पाए गए 27 नवनियुक्त शिक्षकों के प्रमाणपत्र, अंक भी बढ़ाए
न्यूज | कोडरमा
शिक्षकनियुक्ति में हुई गड़बडी की जांच कर रही टीम ने नियुक्ति में हुए घोटाले का खुलासा कर दिया है। जांच रिपोर्ट ने मुहर लगा दी है कि फर्जी प्रमाणपत्र के आधार पर 27 उम्मीदवारों को नौकरी मिली है। इसमें इंटर प्रशिक्षित पारा शिक्षक कोटी के 10, प्रशिक्षित विज्ञान गैर पारा शिक्षक के एक, स्नातक प्रशिक्षित कला पारा शिक्षक के 3, इंटर उर्दू प्रशिक्षित पारा शिक्षक कोटी के एक, इंटर उर्दू प्रशिक्षित गैर पारा शिक्षक कोटी के एक, स्नातक प्रशिक्षित विज्ञान पारा शिक्षक एक, स्नातक प्रशिक्षित कला गैर पारा शिक्षक के एक, स्नातक प्रशिक्षित भाषा पारा शिक्षक के 4, इंटर प्रशिक्षित गैर पारा शिक्षक कोटी के 5 नवनियुक्त शिक्षक शामिल हैं।
BETET / STET / टीईटी / TET - Teacher Eligibility Test Updates / Teacher Recruitment / Shikshak Niyojan / शिक्षक नियोजन News
http://betet-bihar.blogspot.com/
http://naukri-recruitment-result.blogspot.com
CTET, TEACHER ELIGIBILITY TEST (TET), NCTE, RTE, UPTET, HTET, JTET / Jharkhand TET, OTET / Odisha TET ,
Rajasthan TET / RTET, BETET / Bihar TET, PSTET / Punjab State Teacher Eligibility Test, West Bengal TET / WBTET, MPTET / Madhya Pradesh TET, ASSAM TET / ATET
, UTET / Uttrakhand TET , GTET / Gujarat TET , TNTET / Tamilnadu TET , APTET / Andhra Pradesh TET , CGTET / Chattisgarh TET, HPTET / Himachal Pradesh TET
नौकरी करते कई शिक्षकों ने ली नियमित कोर्स की डिग्री
News NetworkApr 09, 2016, 02:40 AM IST
PrintDecrease FontIncrease Font
EmailGoogle PlusTwitterFacebookCOMMENTS0
EmailGoogle PlusTwitterFacebookCOMMENTS
नियमित कोर्स के लिए विभाग से नहीं ली अनुमित
जमा किए गए प्रमाणपत्र जांच रिपोर्ट में ये पाए गए संदिग्ध
आवासीय प्रमाण पत्र शिक्षण के आधार पर दिया
स्नातकप्रशिक्षित विज्ञान गैर पारा शिक्षक में सबिता कुमारी (धनबाद) का आवासीय प्रमाण पत्र शिक्षण के आधार पर समर्पित किया गया है। इनका मेघांक 71.63 है और टेट में 88 अंक है जो सामान्य श्रेणी के उत्तीर्ण अंक 90 से कम है
{ स्नातक प्रशिक्षित कला पारा शिक्षक में सारीका कुमारी (झुमरी तिलैया) का स्थानीय प्रमाण पत्र नियोजन के लिए निर्गत नहीं है। इनका मेधांक 61.67 है जबकि सामान्य श्रेणी के शिक्षकों के लिए कट ऑफ मार्क्स 63.5 है। निरंजन कुमार यादव (गिरिडीह) की पारा शिक्षक के रूप में नियुक्ति 11 अप्रैल 2008 को हुई है। उन्होंने बीएड की डिग्री 2013 में नियमित रूप से ली है। इसके लिए उन्होंने विभाग से अनुमति नहीं ली है।
{ रेणु कुमारी (गिरीडीह) पर भी इसी तरह के आरोप साबित हुए हैं। स्नातक प्रशिक्षित कला गैर पारा शिक्षक में शिखा उपाध्याय (धनबाद) का आवासीय प्रमाण पत्र नियोजन कार्य के लिए मान्य नहीं है। इनका मेघांक 69.49 के स्थान पर 68.49 होना चाहिए जो इस श्रेणी के कट ऑफ मार्क्स 69.457 से कम है।
आवासीय प्रमाण पत्र नियोजन के आधार पर निर्गत नहीं
स्नातक प्रशिक्षित भाषा पारा शिक्षक मेंं सुनिता मेहता (हजारीबाग) पर पारा शिक्षक रहते हुए नियमित रूप से विनोवाभावे विश्वविद्यायल से बीएड की डिग्री ली है। इसके साथ ही स्नातक की उपाधि हिन्दी साहित्य सम्मेलन इलाहाबाद से ली है। इन्होंने भी कोर्स करने के लिए विभाग से अनुमति नहीं ली है। वहीं शकुंतला कुमारी (झुमरी तिलैया) का आवासीय प्रमाण पत्र नियोजन के लिए निर्गत नहीं किया गया है। उनका मेघांक 55.18 है जो सामान्य श्रेणी के अभ्यर्थियों के लिए कट ऑफ मार्क्स 59.15 से कम है। नीता तिवारी (झुमरी तिलैया) पर भी इसी तरह के आरोप साबित हुए है। कुमारी रंजू (कोडरमा) ने भी पारा शिक्षक रहते हुए स्नातक की उपाधि वर्ष 2004 मेें ली है।
{ शीपु कुमारी (बोकारो) पर भी ऐसा ही आरोप है। मीनाक्षी कुमारी (पदमा) ने प्रशिक्षण संबंधित कॉलम में 68.20 अंकित किया गया है जबकि वास्तविक अंक 58.98 ही होना चाहिए। आवेदन पत्र पर भी 68.20 अंकित किया गया है। वे पिछड़ा वर्ग श्रेणी से आती हैं। जिसका कट ऑफ मार्क्स महिला के लिए 56.44 है। जबकि शिक्षिका का मेधांक 53.45 है। जो उनके कट ऑफ मार्क्स से कम है। सुखदेव राम (हजारीबाग), श्रीकांत दास और महेश राम पर भी वास्तविक से ज्यादा अंकित किया गया है जो कट ऑफ मार्क्स से कम है।
{ किरण कुमारी (धनसार), मंजू कुमारी मंजुसा (झुमरी तिलैया) पर भी इसी तरह के आरोप हैं। संध्या कुमारी सिन्हा (गिरिडीह) सामान्य श्रेणी की हैं, पर उनका सेलेक्शन विकलांग कोटे से किया गया है। इनके विकलांगता प्रमाण पत्र में भी ओवर राइटिंग है। आरती कुमारी (इचाक) की नियुक्ति पिछड़ा वर्ग श्रेणी की विधवा कोटी में की गई है। इन्होंने पति की मौत का प्रमाणपत्र जमा किया है, पर पुन: विवाह नहीं करने से संबंधित शपथ पत्र नहीं दिया है। उनकी नियुक्ति पारा शिक्षिका के रूप में वर्ष 2003 में हुई थी। जबकि इंटर मिडिएट की परीक्षा वर्ष 2005 में नियमित रूप से पास किया है। पारा शिक्षिका रहते हुए नियमित कोर्स से डिग्री कैसे हासिल की यह जांच का विषय है।
इंटर उर्दू प्रशिक्षित पारा शिक्षक कोटी में मो. इरशाद आलम (कोडरमा) का आवासीय प्रमाण पत्र नियोजन के आधार पर निर्गत नहीं है। वहीं इनकी नियुक्ति पिछड़ा वर्ग श्रेणी में की गई है। इंटर उर्दू प्रशिक्षित गैर पारा शिक्षक कोटी में मो. सिकंदर आलम (चतरा) का कुल प्राप्तांक 50.94 अंकित था। जबकि इनका वास्तविक प्राप्तांक 47.45 होना चाहिए। स्नातक प्रशिक्षित विज्ञान पारा शिक्षक में मधु कुमारी (कोडरमा) का स्थानीय प्रमाण पत्र नियोजन के लिए निर्गत नहीं है। इनका मेघांक 60.62 है जबकि सामान्य श्रेणी के शिक्षकाें के लिए कट ऑफ मार्क्स 65.64 है।
दशरथमी स्टेरी (बरकट्ठा) ने नर्सरी शिक्षक प्रशिक्षण का प्रमाणपत्र समर्पित किया है, जो मान्य नहीं है। बृजनंदन साव (चौपारण) ने पीजी डिप्लोमा का प्रमाणपत्र प्रस्तुत किया है जिसे शिक्षक प्रशिक्षण के रूप में मान्यता नहीं दिया जा सकता है। विनोद कुमार नपित (धनबाद) ने नव भारत शिक्षा परिषद एनएसपी से निर्गत शिक्षक प्रमाण पत्र जमा किया है जो विश्वविद्यालय अनुदान आयोग से मान्यता प्राप्त नहीं है। बलराम प्रसाद (हजारीबाग) की इंटर के अंक पत्र की छाया प्रति संदेहास्पद है। उन्होंने नियुक्ति के बाद अब तक मूल प्रति उपलब्ध नहीं कराई है। अंक पत्र में अंकों से भी छेड़छाड़ किया गया है। सुरेश राणा (चतरा) ने प्रस्तुत किए गए आवासीय प्रमाण पत्र नियोजन कार्यो के लिए निर्गत नहीं है।
प्रशिक्षित पारा शिक्षक कोटी में रॉयस राज प्रभा (कोडरमा) की नियुक्ति आरक्षित पद पर की गई है। महिला आरक्षण प्राप्त करने के लिए जो आवासीय प्रमाण पत्र उपलब्ध कराया गया है वह मात्र शिक्षण कार्य के लिए मान्य है जबकि नवनियुक्त शिक्षिका सामान्य श्रेणी की महिला है। उनका कुल मेघांक 59.66 है जो इस श्रेणी के कट आॅफ मार्क्स 60.037 से कम है।
{ जांच में फर्जी पाए गए 27 नवनियुक्त शिक्षकों के प्रमाणपत्र, अंक भी बढ़ाए
न्यूज | कोडरमा
शिक्षकनियुक्ति में हुई गड़बडी की जांच कर रही टीम ने नियुक्ति में हुए घोटाले का खुलासा कर दिया है। जांच रिपोर्ट ने मुहर लगा दी है कि फर्जी प्रमाणपत्र के आधार पर 27 उम्मीदवारों को नौकरी मिली है। इसमें इंटर प्रशिक्षित पारा शिक्षक कोटी के 10, प्रशिक्षित विज्ञान गैर पारा शिक्षक के एक, स्नातक प्रशिक्षित कला पारा शिक्षक के 3, इंटर उर्दू प्रशिक्षित पारा शिक्षक कोटी के एक, इंटर उर्दू प्रशिक्षित गैर पारा शिक्षक कोटी के एक, स्नातक प्रशिक्षित विज्ञान पारा शिक्षक एक, स्नातक प्रशिक्षित कला गैर पारा शिक्षक के एक, स्नातक प्रशिक्षित भाषा पारा शिक्षक के 4, इंटर प्रशिक्षित गैर पारा शिक्षक कोटी के 5 नवनियुक्त शिक्षक शामिल हैं।
BETET / STET / टीईटी / TET - Teacher Eligibility Test Updates / Teacher Recruitment / Shikshak Niyojan / शिक्षक नियोजन News
http://betet-bihar.blogspot.com/
http://naukri-recruitment-result.blogspot.com
CTET, TEACHER ELIGIBILITY TEST (TET), NCTE, RTE, UPTET, HTET, JTET / Jharkhand TET, OTET / Odisha TET ,
Rajasthan TET / RTET, BETET / Bihar TET, PSTET / Punjab State Teacher Eligibility Test, West Bengal TET / WBTET, MPTET / Madhya Pradesh TET, ASSAM TET / ATET
, UTET / Uttrakhand TET , GTET / Gujarat TET , TNTET / Tamilnadu TET , APTET / Andhra Pradesh TET , CGTET / Chattisgarh TET, HPTET / Himachal Pradesh TET