शिक्षक भी सुधार लाएं
स्थानीय संपादकीय: बिहार Ke Sojanya Se :-
प्राथमिक शिक्षकों का आर्थिक स्तर सुधरे, गुणवत्तापूर्ण शिक्षा के लिए टीईटी पास और प्रशिक्षित अभ्यर्थियों को ही भर्ती किया जा सके, महिला शिक्षकों को मनपसंद जगह तैनाती मिले और नियोजन में मेधा सूची को प्राथमिकता दी जाए आदि बातों को ध्यान में रखते हुए राज्य सरकार एक बार फिर प्रारंभिक शिक्षकों के नियोजन के लिए नियमावली में संशोधन कर रही है। जिस तरह सरकार शिक्षा के क्षेत्र में आने वालों को ज्यादा से ज्यादा लाभ देने के लिए नियमों में शिथिलता बरतने जा रही है, इसे देखते हुए शिक्षक अभ्यर्थियों को भी नियोजन के बाद कर्तव्यों के प्रति सजग रहने के बारे में सोचना पड़ेगा। यह बात किसी से छिपी नहीं है कि बिहार के सरकारी स्कूलों में पढ़ाई का स्तर कैसा है! पिछले दिनों एक टीवी चैनल ने सरकारी शिक्षकों से क्लास के दौरान उनके अंग्रेजी और सामान्य ज्ञान के बारे में पूछा तो जो जवाब आए वो हास्यास्पद तथा शर्मसार करने वाले थे। महिला शिक्षकों ने नीतीश कुमार और लालू प्रसाद को बिहार का प्रधानमंत्री तक बता दिया था। देखा जाए तो प्रारंभिक शिक्षकों के नियोजन के मामले में बड़ी कमजोरी सरकार के स्तर से भी है। सरकार अब तक कोई ऐसा सिस्टम ही नहीं बना सकी है जिससे प्राथमिक शिक्षा के क्षेत्र में कायदे के लोग आ सकें। पिछले कुछ सालों से चल रही संविदा पर नियोजन की प्रक्रिया ने और बंटाधार किया है। इससे स्थानीय स्तर के लोगों की ही नियोजन में रुचि रहती है। अधिकतम योग्य लोग पढ़ाने के लिए निजी स्कूलों में जाना ज्यादा पसंद करते हैं।
मांझी सरकार ने 74 हजार नए प्रारंभिक शिक्षकों की नियुक्ति की तैयारी शुरू कर दी है। शिक्षा विभाग ने प्रारंभिक शिक्षक नियोजन नियमावली-2006 में संशोधन का ड्राफ्ट तैयार कर लिया है। प्रस्तावित नियमावली में वर्ष 2006 और उसके बाद नियोजित महिला शिक्षकों पर खास फोकस है। जो शिक्षिकाएं अपनी मनपसंद जगहों पर जाना चाहती हैं, उन्हें नए नियोजन में प्राथमिकता देने का प्रस्ताव है, लेकिन ऐसी शिक्षिकाओं को मनपसंद जगहों पर जाने के लिए नए सिरे से नियोजन के लिए आवेदन करना होगा। चयनित अभ्यर्थियों की मेधा सूची के पैनल में मनपसंद जगह जाने के लिए आवेदन करने वाली शिक्षिकाओं को 10 अंकों का वेटेज मिलेगा, हालांकि नए सिरे से नियोजित शिक्षिकाओं को पूर्व में जो वेतन मिलता था, वही मिलेगा। शहीद सैनिकों की विधवाओं को भी नियोजन में 10 अंकों का वेटेज देने का प्रावधान नई नियमावली में हो रहा है। मेधा सूची को तैयार करने में प्रशिक्षित अभ्यर्थियों का नाम पैनल में सबसे ऊपर होगा। इससे स्पष्ट है कि नियमावली में प्रशिक्षण सत्र को वरीयता दी जा रही है। टीईटी पास अभ्यर्थियों को भी प्राथमिकता दी जाएगी। सरकार ने प्रस्तावित नियमावली में जो प्रावधान किया है उससे नए नियोजन में सिर्फ ट्रेंड एवं टीईटी पास अभ्यर्थी ही आवेदन कर पाएंगे। नई नियमावली में एक खास बात यह है कि अभी तक नियोजन इकाई में आवेदन लिए जाते थे, अब जिला स्तर पर आवेदन जमा करने का प्रावधान किया जा रहा है। इससे शिक्षा अधिकारियों पर स्थानीय नेताओं के पड़ने वाले दबाव को कम करने में मदद मिलेगी। नई नियमावली में नियोजन की बाधाओं को दूर करने की सरकार की मंशा तो दिखाई देती है, पर शिक्षा की गुणवत्ता का क्या होगा? यह सवाल फिलहाल अनुत्तरित है।
[स्थानीय संपादकीय: बिहार]
News Information Sabhaar : Jagran
Publish Date:Tue, 11 Nov 2014 06:23 AM (IST) | Updated Date:Tue, 11 Nov 2014 06:23 AM (IST)
BETET टीईटी / CTET / TET - Teacher Eligibility Test Updates / Teacher Recruitment News /
Read more: http://betet-bihar.blogspot.com
http://naukri-recruitment-result.blogspot.com/
http://naukri-recruitment-result.blogspot.in/search/label/BETET
No comments:
Post a Comment