Wednesday, December 4, 2013

BETET : नियोजन की मांग को ले टीईटी-एसटीईटी अभ्यर्थी करेंगे आमरण अनशन

BETET : नियोजन की मांग को ले टीईटी-एसटीईटी अभ्यर्थी करेंगे आमरण अनशन


सुपौल:  टीईटी-एसटीईटी में उत्तीर्ण अभ्यर्थी अब तक नियोजित नहीं किये जाने को ले आंदोलन पर उतारू हो चले हैं। अभ्यर्थियों ने 4 दिसंबर को मुख्यमंत्री एवं शिक्षा मंत्री के पुतला दहन एवं 5 दिसंबर से समाहरणालय के मुख्य द्वार पर अनिश्चितकालीन आमरण-अनशन का एलान किया है। आंदोलानात्मक रणनीति को ले अभ्यर्थियों की एक बैठक मंगलवार को संघ के जिलाध्यक्ष नागमणि चौधरी की अध्यक्षता में स्थानीय गांधी मैदान में संपन्न हुई। बैठक में आंदोलन की रूपरेखा तैयार की गई तथा इस पर विस्तृत चर्चा की गई। बैठक को संबोधित करते हुए लोहिया यूथ बिग्रेड के प्रदेश संयोजक डा.अमन कुमार ने कहा कि मुख्यमंत्री टीईटी-एसटीईटी उत्तीर्ण अभ्यर्थियों के भविष्य के साथ खिलवाड़ कर रहे हैं। अभ्यर्थियों की उपेक्षा के कारण ही उन्हें आंदोलन का सहारा लेना पड़ रहा है। अगर उनकी मांगे नहीं मानी गई तो अभ्यर्थी अपने हक और हुकूक के लिए किसी भी हद तक जाने को तैयार हैं। बैठक में अरूण आनंद, बजरंग पाठक, मिथुन, अमलेश, राकेश, भवेश, रमाशंकर, जितेन्द्र, सत्येन्द्र, राजकुमार, महानंद, विजय, श्याम, सुरेन्द्र, विनोद, रामावतार, अशोक, विनोद आदि ने भी अपने-अपने विचार प्रकट किये।

News Sabhaar : Jagran (Tue, 03 Dec 2013 09:11 PM (IST))

Friday, November 15, 2013

Bihar Third Counslling / Cut-off / 10+2 Merit List Shikshak Niyojan


Bihar Third Counslling / Cut-off / 10+2 Merit List Shikshak Niyojan


उच्च माध्यमिक शिक्षक नियोजन 2013-14 औपबंधिक मेधा के विरुद्ध आपत्ति देने हेतु सूचना


Link :http://patna.bih.nic.in/teachers/NagarParisad_Khagaul/Objection_Notice.pdf


" SUPAUL " : 10+2 Provisional Merit List


TRAINED : http://supaul.bih.nic.in/TREND.pdf


UN-TRAINED : http://supaul.bih.nic.in/UNTREND.pdf



 GOPALGANJ " : 10+2 Nagar Parishad ( Counselling )


Link : http://gopalganj.bih.nic.in/Education/councelling%20PLUS%20TWO.pdf


" DARBHANGA " : Nagar Nigam Madhyamik Shikshak ( Counselling )


Link : http://darbhanga.bih.nic.in/result_new/2nd%20Cut%20marks%20in%20Municipal%20Corporation.pdf




" PURNEA " : Zila Parishad  PURNEA , ( Counselling ) 


Link : http://purnea.bih.nic.in/Recruitment/TN-ZP-HS-Program-2013-14.pdf



उच्च माध्यमिक शिक्षक नियोजन 2013-14 औपबंधिक मेधा के विरुद्ध आपत्ति देने हेतु सूचना


Link :http://patna.bih.nic.in/teachers/NagarParisad_Khagaul/Objection_Notice.pdf 
 



http://siwan.bih.nic.in/Recruitment_TET.aspx





Bihar Third Counslling / Cut-off / 10+2 Merit List

Bihar Third Counslling / Cut-off / 10+2 Merit List Shikshak Niyojan

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" Rohtas " : Madhyamik Shikshak Counselling( Nagar Parishad Sasaram )


Link : http://rohtas.bih.nic.in/Site/tet_list/NPSASARAM/counselling_schedule.pdf



" East Champaran " : 10+2 Final Merit List ( Nagar Parisad RAXAUL )


Link : http://eastchamparan.bih.nic.in/tenderpdf/nagar-parishad-raxaul-plus-2-final.pdf4


" SIWAN " : 10+2 Provisional Merit List ( Zila Parishad )


( Niyojan Ikai : Zila Parishad Siwan  )

Link : http://siwan.bih.nic.in/Recruitment_TET.aspx



" PATNA " : 10+2  Nagar Parisad, Masaurhi ( Merit List )


Link : http://patna.bih.nic.in/pages/NagarTeacher.htm



बिहार विद्यालय परीक्षा समिति अधिनियम,1952 यथा संशोधित, 2011 के धारा 17 के तहत बिहार विद्यालय परीक्षा समिति सम्बद्धता (उच्च माध्यमिक) संशोधन विनियमावली-2013 !















Link : http://www.educationbihar.gov.in/ACTPdf/13Nov201361936.pdf


" PATNA " : Nagar Panchayat , Bakhtiyarpur ( Counselling )


Link : http://www.patna.bih.nic.in/teachers/NagarPanchayat_Bakhtiarpur/Plus2_Trained_Final/Trained_Final_Merit.pdf




Tuesday, November 5, 2013

BETET / Bihar Shikshak Niyojan Counseling News शिक्षक नियोजन काउंसिलिंग की तिथि निर्धारित

BETET / Bihar Shikshak Niyojan Counseling News शिक्षक नियोजन काउंसिलिंग की तिथि निर्धारित


BETET / Bihar Teacher Eligibility Test / Recruitment News

 गोपालगंज : नगर परिषद उच्चतर माध्यमिक शिक्षक नियोजन के काउंसिलिंग की तिथि निर्धारित कर दी गयी है। नगर परिषद के कार्यपालक पदाधिकारी मनोज कुमार पवन ने बताया कि 11 से 13 नवम्बर तक 17 विषयों के शिक्षकों की काउंसिलिंग की जाएगी। कंप्यूटर विज्ञान के शिक्षक पद के अभ्यर्थियों की काउंसिलिंग की तिथि बाद में तय की जाएगी।

नप के कार्यपालक पदाधिकारी ने बताया कि 11 नवम्बर को राजनीति विज्ञान, हिंदी तथा अंग्रेजी, 12 नवम्बर को इतिहास, समाज शास्त्र तथा उर्दू एवं 13 नवम्बर को वनस्पति विज्ञान, जंतु विज्ञान, रसायन विज्ञान, गणित, अर्थशास्त्र, गृह विज्ञान, भूगोल तथा मनोविज्ञान विषयों के शिक्षक पद के आवेदकों की काउंसिलिंग की जाएगी। उन्होंने बताया कि नगर परिषद कार्यालय परिसर में आयोजित होने वाली इस काउंसिलिंग में प्रत्येक अभ्यर्थी को राजपत्रित पदाधिकारी से अभिप्रमाणित दो फोटोग्राफ लाना होगा। काउंसिलिंग की तिथि निर्धारित किये जाने की सूचना तमाम आवेदकों को दे दी गयी है। उन्होंने बताया कि तमाम आवेदकों को तमाम मूल प्रमाण पत्रों को भी साथ लाने के लिए निर्देश जारी किये गये हैं

News Sabhaar : Jagran ( 4.11.13)

Sunday, September 8, 2013

Plus 2 Shikshak Niyojan / Bihar Teacher Recruitment Madhymik Shikshak Niyojan Schedule

Plus 2 Shikshak Niyojan / Bihar Teacher Recruitment Madhymik Shikshak Niyojan Schedule


BETET / Bihar Teacher Eligibility Test / Recruitment News :




STET  / BETET / Shikshak Niyojan Bihar Teacher Recruitment / Recruitment  




Bihar Teacher Recruitment Madhymik Shikshak Niyojan, sikshak niyojan Sahrasa

Bihar Teacher Recruitment Madhymik Shikshak Niyojan, sikshak niyojan Sahrasa


Bihar  Shikshak Niyojan Seharsha

Note : Kindly confirm all details from relevant authorities.


BETET Shikshak Niyojan Time Table Bihar

BETET Shikshak Niyojan Time Table Bihar


BETET / Bihar Teacher Eligibility Test / Recruitment News :



Note : Kindly Confirm all details from relevant authority.

BETET : अब काउंटर लगाकर बांटे जाएंगे शिक्षक नियोजन पत्र


BETET : अब काउंटर लगाकर बांटे जाएंगे शिक्षक नियोजन पत्र


BETET / Bihar Teacher Eligibility Test / Recruitment News :



पटना : अब काउंटर लगाकर चयनित शिक्षकों के बीच नियोजन पत्र बांटे जाएंगे। इसके लिए नवम्बर में सभी जिलों एवं प्रखंडों में कैंप लगेंगे। शिक्षा विभाग ने यह फैसला पंचायती राज संस्थाओं के नकारात्मक रवैये से आजिज आकर लिया है। 'दैनिक जागरण' ने इस मसले को खुलेआम किया था। 22 अगस्त से 25 अगस्त 2013 के दौरान इस पर चार किस्तों की सीरीज छापी गई थी। बहरहाल, सोमवार को इस मसले पर आयोजित राज्यस्तरीय बैठक को संबोधित करते हुए शिक्षा विभाग के प्रधान सचिव अमरजीत सिन्हा ने कहा कि पंचायती राज संस्थाओं के जरिये नियोजन प्रक्रिया सरल नहीं है। फिर भी हर हाल में दिसम्बर तक शिक्षक नियोजन को पूरा करना है। इसके लिए कैंप लगाए जाएंगे, जहां पर नियोजन इकाईयों के काउंटर बनाकर मेधा सूची के आधार पर चयनित अभ्यर्थियों को नियुक्ति पत्र दिया जाएगा।

बैठक में शिक्षक नियोजन, वेतन भुगतान, विद्यालयों का निरीक्षण, मिशन गुणवत्ता के कार्यान्वयन व एसी-डीसी बिल के निराकरण आदि बारे में हरेक जिला शिक्षा अधिकारी ने अपनी- अपनी बातें रखीं। सभी अधिकारियों से शिक्षक नियोजन में देरी पर यही शिकायत मिली कि मुखिया, पंचायत सचिव, नगर परिषद एवं जिला परिषद के अध्यक्ष, नगर नगर निगम के मेयर द्वारा मेधा सूची का अनुमोदन से लेकर नियुक्ति पत्र वितरण तक में सहयोग नहीं मिल रहा है। हालांकि नियोजित शिक्षकों के नियत वेतन भुगतान करने में देरी, एसी-डीसी बिल एवं मिशन गुणवत्ता की प्रगति के मामले में कई जिला शिक्षा अधिकारियों का बेहद खराब प्रदर्शन भी उजागर हुआ। ऐसे अधिकारियों को प्रधान सचिव ने खूब डांट-फटकार लगाई। उन्होंने खुद में सुधार करने के लिए चेताया। कहा कि जिन्हें काम में रुचि नहीं है, उन्हें जाना होगा। खराब प्रदर्शन करने वाले जिलों में मुख्यालय की विशेष टीम जाकर कार्य कराएगी।'

प्रधान सचिव ने अधिकारियों को यह भी निर्देश दिया कि शिक्षक नियोजन में सहयोग नहीं करने वाले जनप्रतिनिधियोंको 'एक्सपोज' करें। उनके रवैये बारे में परेशान अभ्यर्थियों को बताएं। ऐसे जनप्रतिनिधियों के नाम के बारे मीडिया को जानकारी दें, ताकि जनता जान सके कि शिक्षक नियोजन में देरी के लिए शिक्षा विभाग नहीं, बल्कि जनप्रतिनिधि जिम्मेवार हैं




BETET बीइओ से शिक्षक नियोजन की सूची तलब


 BETET  बीइओ से शिक्षक नियोजन की सूची तलब

 BETET / Bihar Teacher Eligibility Test / Recruitment News :
   
 गोपालगंज : शिक्षक नियोजन की प्रक्रिया के तहत प्रथम व द्वितीय चरण की सूची अबतक उपलब्ध नहीं होने को गंभीरता से लेते हुए जिला शिक्षा पदाधिकारी ने तमाम नियोजन इकाइयों व बीइओ से सूची तलब किया है। दस सितम्बर तक सूची नहीं सौंपने वाले मुखिया व पंचायत सचिवों पर कार्रवाई के लिए ग्रामीण विकास विभाग को लिखा जाएगा।

जिला शिक्षा पदाधिकारी ने इस बात की जानकारी देते हुए बताया कि 2012-13 में पंचायत शिक्षक नियोजन की प्रक्रिया शुरू की गई थी। इसके तहत तमाम पंचायतों में स्थित नियोजन इकाईयों को प्रथम व द्वितीय चरण में शिक्षकों के नियोजन की सूची मांगी गयी थी। साथ ही तमाम इकाइयों को यह भी निर्देश दिया गया था कि वे योगदान करने वाले शिक्षकों की भी सूची विभाग को सौंप दें। बावजूद इसके किसी भी पंचायत की नियोजन इकाई ने पूरी सूची आजतक नहीं सौंपी है। इसे गंभीर लापरवाही का मामला मानते हुए संबंधित नियोजन इकाइयों के मुखिया व पंचायत सचिवों से दस सितम्बर तक पूरी सूची देने को कहा गया है। अगर निर्धारित अवधि में नियोजन इकाइयां पूरी सूची नहीं देगी तो ऐसे मुखिया व पंचायत सचिव को चिन्हित कर ग्रामीण विकास विभाग के प्रधान सचिव को कार्रवाई के लिए लिखा जाएगा। उन्होंने बताया कि इसी प्रकार सभी चौदह प्रखंडों के बीइओ से भी छह सितम्बर तक प्रथम व द्वितीय चयन सूची के साथ योगदान करने वाले शिक्षकों का पूर्ण ब्यौरा तलब किया गया है। उन्होंने बताया कि सूची नहीं देने वाले बीइओ पर कार्रवाई की जाएगी।



News Sabhaar : Jagran

Saturday, August 24, 2013

BETET / STET प्रमाण पत्र सत्यापन के बाद मिलेगा नियोजन पत्र


STET  / BETET :  प्रमाण पत्र सत्यापन के बाद मिलेगा नियोजन पत्र

   STET  / BETET / Bihar Teacher Recruitment / Recruitment   

 
निप्र, मेसकौर(नवादा): पटना उच्च न्यायालय के आदेश पर विगत 16 अगस्त को द्वितीय चरण शिक्षक नियोजन के अभ्यर्थियों द्वारा जमा किया गया प्रमाण पत्र सत्यापन के पश्चात ही नियोजन पत्र मिलेगा। नियोजन इकाई के अध्यक्ष प्रकाश चौहान ने बताया की अभ्यर्थियों द्वारा जमा किये गये शैक्षणिक व प्रशैक्षणिक प्रमाण पत्रों में से कई के प्रशैक्षणिक प्रमाण पत्र प्रथम दृष्टया फर्जी प्रतीत हो रहा है। ऐसे में बिना जांच के नियोजन पत्र देना उचित नहीं है। उन्होने बताया की जांच में फर्जी पाये जाने वाले अभ्यर्थियों पर प्राथमिकी भी दर्ज करायी जायेगी। बता दें कि द्वितीय चरण के शिक्षक अभ्यर्थी धनंजय कुमार पाण्डेय,नरेन्द्र कुमार पाण्डेय, दयानंद प्रसाद सिंह, अजीत प्रसाद सहित 34 अभ्यर्थियों ने पटना उच्च न्यायालय में सीडब्लूजेसी 11013/2011 के तहत नियोजन के लिये परिवाद दायर किया था। जिसमें उच्च न्यायालय द्वारा आवेदकों के प्रमाण पत्र जांच के उपरांत नियोजन पत्र देने का आदेश नियोजन इकाई को दिया गया था। परन्तु उक्त आवेदकों द्वारा बिना जांच के ही नियोजन पत्र देने के लिये नियोजन इकाई पर दबाव दिया जा रहा है। क्योंकि जांच की बात किये जाने से फर्जी प्रमाण पत्र के आधार पर नौकरी का दावा ठोकने वाले अभ्यर्थियों में पकड़े जाने का भय सता रहा है।


News Sabhaar : Jagran (23.8.13)

Monday, August 19, 2013

BETET : पंचायतों में फंसे गुरुजी के नियुक्ति पत्र


BETET : पंचायतों में फंसे गुरुजी के नियुक्ति पत्र

   STET  / BETET / Bihar Teacher Recruitment / Recruitment   
 बक्सर : प्रारंभिक शिक्षकों के नियोजन की प्रक्रिया का अंत जिले में अभी नहीं हुआ है। प्रक्रिया काफी दिनों से चल रही है और यह अभी और खिचेगी इससे इन्कार नहीं किया जा सकता। अब तक जिले के 11 प्रखंडों में 9 प्रखंडों की सूची को विभाग ने अनुमोदित कर नियोजन इकाइयों को लौटा दिया है। अब इनसे संबंधित नियुक्ति पत्र नियोजन इकाइयों को बांटना है।

विभागीय सूत्रों से प्राप्त जानकारी के अनुसार जिले के विभिन्न प्रारंभिक विद्यालयों में कुल 3093 शिक्षकों की बहाली होनी है। इसको लेकर विभागीय कवायद चल रही है। बताया जाता है कि इसके तहत अंतिम सूची का अनुमोदन विभाग द्वारा करने के उपरांत नियोजन इकाइयों द्वारा शिक्षक अभ्यर्थियों को नियुक्ति पत्र थमाया जायेगा। हालांकि, यह काम काफी धीमी गति से चल रहा है। नियोजन प्रभारी ओमप्रकाश की मानें तो जिले के 11 में नौ प्रखंडों की 118 पंचायतों की सूची को अनुमोदन कर नियोजन इकाइयों को भेज दिया गया है। दो प्रखंडो सिमरी व नावानगर की सूची पर भी काम चल रहा है। एक दो दिन में उसका अनुमोदन भी हो जायेगा। उन्होंने बताया कि चौसा से नियुक्ति पत्र वितरण करने की सूचना भी प्राप्त हुई है। हालांकि, सूत्र बताते हैं कि वहां भी अभी सभी को नियुक्ति पत्र नहीं दिये जा सके हैं। विभागीय अधिकारी ने बताया कि बहुत जल्द नियोजन का काम पूरा कर लिया जायेगा। देर के बाबत पूछे जाने पर अधिकारी ने बताया कि नियोजन इकाइयों की लापरवाही की वजह से इसमें विलंब हुआ

News Sabhaar : Jagran ( 19.8.13)

BETET / STET : लक्ष्य के विरुद्ध मात्र सात फीसद शिक्षकों ने किया योगदान


BETET / STET : लक्ष्य के विरुद्ध मात्र सात फीसद शिक्षकों ने किया योगदान

STET  / BETET / Bihar Teacher Recruitment / Recruitment   

 बिहारशरीफ : जिले में प्रारंभिक शिक्षक नियोजन की स्थिति काफी लचर रही है।

 नियोजन की प्रक्रिया दिसंबर में शुरू हुई थी। तब से लेकर नियोजन संपन्न करने की अंतिम तिथियां लगातार बढ़ती रहीं। सरकार ने अप्रैल में नियोजन पूरी कर लेने का दावा किया था लेकिन जुलाई खत्म होने जा रहा है और फिर भी नियोजन लक्ष्य के विरुद्ध मात्र सात फीसद ने हीं योगदान किया है। जाहिर है अगर यही हालात रहे तो अगले नियोजन प्रक्रिया संपन्न होने में अभी एक दो वर्ष और लग सकते हैं।

 इससे सरकारी स्कूलों की शिक्षा व्यवस्था पर भी प्रतिकूल असर पड़ेगा। जिले में नियोजन के कुल लक्ष्य के विरुद्ध अब तक मात्र सात फीसद शिक्षकों ने ही योगदान किया है। आधिकारिक जानकारी के अनुसार जिले में कुल आवंटित पद 6211 के विरुद्ध 4293 लोगों का नियोजन किया गया जिसके एवज में कुल 972 लोगों ने ही अपना योगदान दिया। शेष पद पर यूं ही खाली पड़े हैं। पंचायतों में इसकी स्थिति और भी दयनीय है। जिले के कुल 249 पंचायतों में 194 पंचायतों से ही अब तक नियोजन की रिपोर्ट भेजी गई है। शेष पंचायत नियोजन इकाईयों ने पूरे नियोजन को शुभ लाभ के चक्कर में लटकाकर घोर लापरवाही का परिचय दिया है। जबकि कई बार शिक्षा विभाग के पदाधिकारियों द्वारा रिपोर्ट मांगी गई है लेकिन इसका पंचायत प्रतिनिधियों पर कोई खास असर देखने को नहीं मिला। जहां तक नियोजन की बात है तो विभाग द्वारा उपलब्ध कराये गये आंकड़े से स्पष्ट हो जाता है कि नियोजन की प्रक्रिया यहां पर कितनी लचर है। नगर निगम में कुल आवंटित पद 325 के विरुद्ध 197 का नियोजन जिसमें कुल 125 लोगों ने ही योगदान दिया। इसी तरह एकमात्र नगर परिषद के लिए आवंटित पद 107 के विरुद्ध 89 नियोजित किये गये जिसमें मात्र 47 ने ही योगदान किया। इसी तरह तीन नगर पंचायतों में कुल 195 पद आवंटित के विरुद्ध 167 का नियोजन किया गया जिसमें 63 लोगों ने ही योगदान किया। कुल 20 प्रखंडों की जगह 19 प्रखंड में आवंटित पद 3306 के विरुद्ध 2515 नियोजित किये गये इसमें 504 ने ही योगदान दिया। राजगीर प्रखंड का रिपोर्ट किसी त्रुटि की वजह से नहीं भेजी गई है। इसी तरह पंचायत शिक्षक के 249 पंचायतों की जगह 194 पंचायतों का ही रिपोर्ट विभाग को सौंपी गई है। इसके लिए 2278 पद आवंटित के विरुद्ध 1329 का नियोजन किया गया जिसमें 233 ने ही योगदान किया। शेष 54 पंचायतों का रिपोर्ट अभी तक ठंडे बस्ते में कैद है। इस तरह से यदि आंकड़े पर गौर किया जाये तो अब तक नियोजितों में से मात्र 22 फीसद ही अभ्यर्थी ने शिक्षक पद पर योगदान किया है।

क्या कहते हैं अधिकारी

एक उम्मीदवारों द्वारा कई जगहों से आवेदन करने से समस्या को बढ़ावा मिला है। 
दरअसल यह पता लगाना मुश्किल हो रहा है कि आखिर कितने अभ्यर्थी कहां से आवेदन किए हैं तथा वे अंतिम रूप से योगदान कब कर पाएंगे। वैसे समय सीमा निर्धारित कर दी गई है। समय से योगदान नहीं करने वालों का नियोजन रद किया जा सकता है

-देवशील

जिला शिक्षा पदाधिकारी, बिहारशरीफ


News Sabhaar : Jagran (20.8.13)
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When there is No Centralized Recruitment System happens, Such problems arises.

In The Age of Computer / Information Technology, Even Simple Websites / Banks provided Online Facility then why it not happens in State Government Recruitment.

Even Central Government adopted ONLINE SYSTE for UPSC / SSC examination then Why State Government failed to adopt such system.

A similar problem arises in UP LT Grade Female Teacher Recruitment System in 2011, Candidates applies in many Mandals / Zones in form of hardcopy application.
And their is no Online System, and therefore many candidates don't know actual happenings and ignorant of cut-off of other Mandals.
And conslling takes many rounds and might be not completed in 2 years.

Saturday, August 10, 2013

BETET : महिलाओं के खाली पदों पर बहाल होंगे पुरुष शिक्षक


BETET : महिलाओं के खाली पदों पर बहाल होंगे पुरुष शिक्षक

STET  / BETET / Bihar Teacher Recruitment / Recruitment   


पटना : राज्य में नियोजन इकाइयों की लापरवाही एवं लेट-लतीफी से 1.68 लाख प्रारंभिक शिक्षकों की नियुक्ति में मजे कीदेरी हो रही है। ऊपर से एक नई मुसीबत यह कि महिला आरक्षित सीटों के लिए उम्मीदवारों की कमी सामने आ रही है। महिला आरक्षित कुल 84 हजार पद हैं। इसके विरुद्ध मात्र 37 हजार महिला अभ्यर्थी ही उपलब्ध हो पायी हैं। इसे देखते हुए शिक्षा विभाग ने निर्णय लिया है कि शेष 47 हजार रिक्तियों को पुरुष शिक्षकों से भरा जाएगा। इस संबंध में विभागीय स्तर पर प्रस्ताव तैयार है और उस पर शिक्षा मंत्री पीके शाही से मंजूरी भीमिल गई है।
राज्य सरकार ने शिक्षक नियोजन में 50 फीसद सीट महिलाओं के लिए आरक्षित कर रखी है। मगरमहिलाओं उम्मीदवारों की कमी से करीब 65 फीसद पद खाली रह जा रहे हैं। प्रधान सचिव अमरजीत सिन्हा के मुताबिक महिला आरक्षित खाली पदों को उसी आरक्षित कोटि के पुरुष अभ्यर्थियों से भरा जाएगा। इस संबंध में सर्वोच्च न्यायालय का आदेश भी है-यदि आरक्षित सीटों पर उम्मीदवार नहीं आते हैं तो उन पदों को सामान्य कोटि के उम्मीदवारों से भरा जाए। इसलिए प्रस्ताव पर विधि विशेषज्ञों से सलाह ली जा रही है। इसके बाद महिला आरक्षित शेष खाली पदों को पुरुष अभ्यर्थियों से भरा जाएगा। इस संबंधमें जल्द ही विभागीय निर्देश नियोजन इकाइयों को दिया जाएगा।
उनके मुताबिक शिक्षकों के कुल 1.68 लाख पदों के विरुद्ध 1.05 लाख पद भर लिये जाएंगे। इसमें सरकार का प्रयास यह है कि महिला आरक्षित पदों को हर हाल में भरा जाए। इसके लिए प्रशिक्षित अभ्यर्थियों ने सरकार से मांग भी की है कि यदि महिला आरक्षित पद खाली रहते हैं तो उन्हें मौका दिया जाए। उन्होंने उम्मीद जतायी कि आगामी 30 सितम्बर तक प्रारंभिक व माध्यमिक शिक्षक नियोजन की प्रक्रिया पूरी हो जाएगी

News Sabhaar : Jagran (11.8.13)

Saturday, July 20, 2013

RTE : शिक्षकों के लिए बेहतरीन लेख


RTE : शिक्षकों के लिए  बेहतरीन लेख 


बस स्टॉप पर एक बच्चा रो-रो कर कह रहा था, ममी मुझे स्कूल नहीं जाना। रोते-रोते वह उलटी करने लगा। मैंने उसकी मां से पूछा, इतना क्यों रो रहा है? 
उनका जवाब था, यह इसका रोज का नाटक है। स्कूल नहीं जाएगा तो कब तक मेरे पास रहेगा? 

मैंने सुझाया, नहीं, आप इससे धीरे-धीरे बहला-फुसला कर कारण पूछिए।
दो-चार दिनों के बाद जब वह महिला मिली, तो जो सुनाया, वह चौंकाने वाला था। बच्चे ने उन्हें बताया था कि उसकी मैडम होमवर्क नहीं करके लाने पर धमकी देती थीं कि मैं तुम्हें चूहा बना दूंगी। फिर एक अलमारी के पास ले जाकर रूई भरे चूहे दिखातीं और कहतीं, देखो काम न करने वाले बच्चों को मैंने चूहा बना कर रखा हुआ है। कभी-कभी शोर मचाने पर बच्चों के मुंह के पास स्टैप्लर ले जाकर उनके होंठ स्टेपल कर देने की धमकी भी देतीं।
उनींदी आंखों वाले, भूखे पेट, शिशुओं को किसी तरह ठेल-ठाल कर, बस न मिस हो जाए - इस भागमभाग में मां-बाप की हर सुबह बीतती है। उनके किसी खासव्यवहार के पीछे क्या कारण होसकता है, इस पर गौर करने की फुर्सत ही नहीं मिलती। सहमे हुए बच्चे अक्सर घर पर भी कुछ नहीं बता पाते हैं और स्कूल जाने का विरोध करने के लिए वे जो कुछ करते हैं, उन्हें हम बहानेबाजी समझते हैं।
मासूम बच्चों के प्रति कुछ अध्यापकों का व्यवहार बाल-मनोविज्ञान के एकदम विपरीत होता है। बच्चों का आत्म-सम्मान कम तीखा नहीं होता। शारीरिक सजा की आज के एजुकेशनसिस्टम में कोई जगह नहीं है। पर दंड देने के दूसरे तरीके कितने अपमानजनक और हीनभावना पैदा करने वाले हैं। कहीं पर होमवर्क न करने पर पूरी क्लासके बीच बच्चे की निकर उतारने की धमकी ही नहीं दी जाती, कपड़ा नीचे कर दिया जाता है। रोज का यह ड्रामा हेडमास्टर तक पहुंचाया जाए तो बच्चे को टी.सी. यानी स्कूल छोड़ने का तोहफा मिल जाता है।
आज स्कूल में सिर पर कूड़ादानरख कर कोने में खड़ा करना आम बात है। बच्चों की बुद्धि, रूप आकार को केंद्र बनाकर गैंडे की खाल, कुत्ते की दुम, डफर और कछुए का खिताब बच्चों की बुद्धि को सचमुच कुंद कर देता है। बड़े होकर वे या तो विदोही बन जाते हैं या अपने में सिमट कर रह जाते हैं।
वयस्क होने पर भी कई बार लोग चूहा, बिल्ली, छिपकली, कॉकरोच आदि को देखते ही चीखने लगते हैं। वे यह भूल जाते हैं कि ये जीव तो स्वयं मनुष्य से डरते हैं और उनका आकार हमारे आकार से कितना छोटा है।
ऐसे लोगों से बारीकी से पूछा जाए तो इस डर का छोर सुदूर अतीत में बचपन तक जाता है। एक बच्चे के दादा अपनी बात मनवाने के लिए प्राय: उसके मुंह में कॉकरोच डालने के लिए उसके पीछे भागा करते थे। इसी तरह हर भय के पीछे छुटपन की कहानी है। एक महिला अपने ही घर में अपनी अलमारी खोलने से डरती थी। उसका विश्लेषण किया गया तो पता लगा कि बचपन में उसे डराने के लिए अलमारी में कोई भयानक पुतला रखा जाता था।
बच्चों को सुलाने के लिए मांएं अक्सर बंदर, भालू, शेर की आवाजें निकालती हैं। भूत का डर दिखाती हैं। अंधेरे में अकेला छोड़ देने का डर दिखातीहैं। ऐसे बच्चे जिंदगी भर अंधेरे से डरते हैं। भूतों की दुनिया में विश्वास करने लगते हैं। कुछ अध्यापक और मां-बाप बच्चों में हीन भावना पैदा करने के दोषी होते हैं। यदि दो भाई बहन (छोटे-बड़े) एकही स्कूल में पढ़ते हों और संयोग से एक पढ़ाई में तेज हो तो उनके टीचर कमजोर बच्चे को ताना देते हैं, 'तुम बड़े से कुछ सीखो। निकम्मे हो तुम।' घर में भी यही दोहराया जाता है।
ऐसा बच्चा अपने को नाकारा समझने लगता हैं। दूसरे, भाई से नफरत करने लगता है। तीसरे, पढ़ाई से उसका मन हट जाता है।
बी.एड. में बाल मनोविज्ञान पढ़ाया जाता है. कार्यशालाएं करवा कर बच्चों के उज्ज्वल भविष्य के लिए अध्यापक समुदाय को जागरूक बनाने की जरूरत है।
PR AAJ KAL TO LOG PAISA SE B.ED KI DEGREE KHAREEDTE HAI....

RTE : शिक्षकों के लिए बेहतरीन लेख


RTE : शिक्षकों के लिए  बेहतरीन लेख 


बस स्टॉप पर एक बच्चा रो-रो कर कह रहा था, ममी मुझे स्कूल नहीं जाना। रोते-रोते वह उलटी करने लगा। मैंने उसकी मां से पूछा, इतना क्यों रो रहा है? 
उनका जवाब था, यह इसका रोज का नाटक है। स्कूल नहीं जाएगा तो कब तक मेरे पास रहेगा? 

मैंने सुझाया, नहीं, आप इससे धीरे-धीरे बहला-फुसला कर कारण पूछिए।
दो-चार दिनों के बाद जब वह महिला मिली, तो जो सुनाया, वह चौंकाने वाला था। बच्चे ने उन्हें बताया था कि उसकी मैडम होमवर्क नहीं करके लाने पर धमकी देती थीं कि मैं तुम्हें चूहा बना दूंगी। फिर एक अलमारी के पास ले जाकर रूई भरे चूहे दिखातीं और कहतीं, देखो काम न करने वाले बच्चों को मैंने चूहा बना कर रखा हुआ है। कभी-कभी शोर मचाने पर बच्चों के मुंह के पास स्टैप्लर ले जाकर उनके होंठ स्टेपल कर देने की धमकी भी देतीं।
उनींदी आंखों वाले, भूखे पेट, शिशुओं को किसी तरह ठेल-ठाल कर, बस न मिस हो जाए - इस भागमभाग में मां-बाप की हर सुबह बीतती है। उनके किसी खासव्यवहार के पीछे क्या कारण होसकता है, इस पर गौर करने की फुर्सत ही नहीं मिलती। सहमे हुए बच्चे अक्सर घर पर भी कुछ नहीं बता पाते हैं और स्कूल जाने का विरोध करने के लिए वे जो कुछ करते हैं, उन्हें हम बहानेबाजी समझते हैं।
मासूम बच्चों के प्रति कुछ अध्यापकों का व्यवहार बाल-मनोविज्ञान के एकदम विपरीत होता है। बच्चों का आत्म-सम्मान कम तीखा नहीं होता। शारीरिक सजा की आज के एजुकेशनसिस्टम में कोई जगह नहीं है। पर दंड देने के दूसरे तरीके कितने अपमानजनक और हीनभावना पैदा करने वाले हैं। कहीं पर होमवर्क न करने पर पूरी क्लासके बीच बच्चे की निकर उतारने की धमकी ही नहीं दी जाती, कपड़ा नीचे कर दिया जाता है। रोज का यह ड्रामा हेडमास्टर तक पहुंचाया जाए तो बच्चे को टी.सी. यानी स्कूल छोड़ने का तोहफा मिल जाता है।
आज स्कूल में सिर पर कूड़ादानरख कर कोने में खड़ा करना आम बात है। बच्चों की बुद्धि, रूप आकार को केंद्र बनाकर गैंडे की खाल, कुत्ते की दुम, डफर और कछुए का खिताब बच्चों की बुद्धि को सचमुच कुंद कर देता है। बड़े होकर वे या तो विदोही बन जाते हैं या अपने में सिमट कर रह जाते हैं।
वयस्क होने पर भी कई बार लोग चूहा, बिल्ली, छिपकली, कॉकरोच आदि को देखते ही चीखने लगते हैं। वे यह भूल जाते हैं कि ये जीव तो स्वयं मनुष्य से डरते हैं और उनका आकार हमारे आकार से कितना छोटा है।
ऐसे लोगों से बारीकी से पूछा जाए तो इस डर का छोर सुदूर अतीत में बचपन तक जाता है। एक बच्चे के दादा अपनी बात मनवाने के लिए प्राय: उसके मुंह में कॉकरोच डालने के लिए उसके पीछे भागा करते थे। इसी तरह हर भय के पीछे छुटपन की कहानी है। एक महिला अपने ही घर में अपनी अलमारी खोलने से डरती थी। उसका विश्लेषण किया गया तो पता लगा कि बचपन में उसे डराने के लिए अलमारी में कोई भयानक पुतला रखा जाता था।
बच्चों को सुलाने के लिए मांएं अक्सर बंदर, भालू, शेर की आवाजें निकालती हैं। भूत का डर दिखाती हैं। अंधेरे में अकेला छोड़ देने का डर दिखातीहैं। ऐसे बच्चे जिंदगी भर अंधेरे से डरते हैं। भूतों की दुनिया में विश्वास करने लगते हैं। कुछ अध्यापक और मां-बाप बच्चों में हीन भावना पैदा करने के दोषी होते हैं। यदि दो भाई बहन (छोटे-बड़े) एकही स्कूल में पढ़ते हों और संयोग से एक पढ़ाई में तेज हो तो उनके टीचर कमजोर बच्चे को ताना देते हैं, 'तुम बड़े से कुछ सीखो। निकम्मे हो तुम।' घर में भी यही दोहराया जाता है।
ऐसा बच्चा अपने को नाकारा समझने लगता हैं। दूसरे, भाई से नफरत करने लगता है। तीसरे, पढ़ाई से उसका मन हट जाता है।
बी.एड. में बाल मनोविज्ञान पढ़ाया जाता है. कार्यशालाएं करवा कर बच्चों के उज्ज्वल भविष्य के लिए अध्यापक समुदाय को जागरूक बनाने की जरूरत है।
PR AAJ KAL TO LOG PAISA SE B.ED KI DEGREE KHAREEDTE HAI....

BETET : शिक्षक नियोजन: प्रथम चरण के बाद जिप में 179 सीट खाली


BETET : शिक्षक नियोजन: प्रथम चरण के बाद जिप में 179 सीट खाली


STET  / BETET / Shikshak Niyojan Bihar Teacher Recruitment / Plus 2 Shikshan Niyojan Recruitment  



- उच्च विद्यालयों में 106 अभ्यर्थियों ने किया योगदान

-जिले में हैं कुल 285 सीटें

जागरण प्रतिनिधि, जमुई : शिक्षक नियोजन के तहत जिला परिषद के उच्च विद्यालयों में प्रथम चरण के बाद 179 सीटें खाली हैं। जानकारी के अनुसार जिला परिषद की कुल 285 सीटों के विरुद्ध नियोजन प्रक्रिया के प्रथम चरण में 217 अभ्यर्थियों को नियोजन पत्र भेजा गया था। जिसके बाद वर्तमान में 106 अभ्यर्थियों ने उच्च विद्यालयों में अपना योगदान दिया है। विभाग द्वारा सभी उच्च विद्यालयों से शिक्षकों के योगदान तथा त्यागपत्र देने का ब्यौरा विद्यालय वार एकत्र किया जा रहा है ताकि दूसरे चरण के शिक्षक नियोजन की प्रक्रिया शुरु की जा सके। 217 अभ्यर्थियों को नियोजन पत्र भेजे जाने के बाद 106 अभ्यर्थियों ने ही अपना योगदान दिया है जिस कारण जिला परिषद में 179 रिक्तियां शेष रह गई हैं।

प्रथम चरण के बाद विषयवार रिक्ति का ब्योरा

विषय सृजित वर्तमान में योगदान देने वालों

पद रिक्त पद की संख्या

हिन्दी 36 20 16

संस्कृत 33 19 14

अंग्रेजी 32 24 08

विज्ञान 39 22 17

गणित 36 25 11

एसएसटी 76 43 33

श. शिक्षा 07 03 04

उर्दू 26 23 03


News Sabhaar : Jagran (16,7,13)

Plus 2 Shikshak Niyojan : 15 अक्टूबर तक नियोजित होंगे प्लस-टू विद्यालयों में शिक्षक


Plus 2 Shikshak Niyojan : 15 अक्टूबर तक नियोजित होंगे प्लस-टू विद्यालयों में शिक्षक



STET  / BETET / Shikshak Niyojan Bihar Teacher Recruitment / Plus 2 Shikshan Niyojan Recruitment  


पटना : आगामी 15 अक्टूबर तक प्लस-टू शिक्षकों की नियोजन प्रक्रिया पूरी कर ली जाएगी। शिक्षा विभाग के प्रधान सचिव अमरजीत सिन्हा ने मंगलवार को बताया कि राज्य के उच्च माध्यमिक विद्यालयों में सृजित कुल 41871 पदों के विरुद्ध प्रशिक्षित एवं माध्यमिक शिक्षक पात्रता परीक्षा (एसटीईटी) में उत्तीर्ण अभ्यर्थियों से आवेदन लिए जा रहे हैं। 26 जुलाई तक नियोजन इकाइयों में आवेदन जमा होंगे।

प्रधान सचिव के मुताबिक एसटीइटी में 15 हजार अभ्यर्थी सफल हुए हैं। इसलिए खाली पदों के विरुद्ध उत्तीर्ण सभी संबंधित अभ्यर्थियों का नियोजन पूरा कर लिया जाएगा। फिलहाल जिन नियोजन इकाइयों में देर से आवेदन लेने की प्रक्रिया प्रारंभ हुई है, वहां 26 जुलाई तक आवेदन लेने का निर्देश दिया गया है। शिक्षक पात्रता परीक्षा में उत्तीर्ण अनुसूचित जाति, अनुसूचित जनजाति एवं अत्यंत पिछड़ा वर्ग के अप्रशिक्षित अभ्यर्थियों को प्लस-टू शिक्षक नियोजन हेतु अवसर प्रदान किया गया है।

उनके अनुसार वर्ष 2006 से जून 2013 तक जिलों में स्थापित अपीलीय प्राधिकार में शिक्षक नियोजन से संबंधित 36873 मामले (शिकायत व अपील) दायर हुए। इनमें कुल 34714 मामलों का निष्पादन किया जा चुका है। वहीं 3.42 लाख प्रारंभिक शिक्षकों की सेवा से संबंधित आंकड़ों को कंप्यूटरीकृत किया गया है, जिसे पहली अक्टूबर को विभागीय वेबसाइट पर सार्वजनिक किया जाएगा। इसका मकसद शिक्षकों की सेवा इतिहास संबंधी सूचना आम लोगों के बीच पहुंचाना है


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